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Saturday, 10 January 2009

याद आती रही......

सर्दियों में कुहासे की चादर ओढ़े सुबह की धूप जैसे रेशम-सी नरम होती है, कि‍रणों के रेशे-रेशे में गरमाहट की जैसे एक आहट होती है, वैसे ही इस गॉंव की याद मन में एक कसक के साथ मौजूद रही। जब भी मैं अकेला हुआ, मुझे महसूस होता रहा कि‍ कुछ छूट रहा है........ रह-रहकर आपलोगों की याद आती रही।
ऐसा लग रहा था, जैसे बि‍न बताए घर से नि‍कल गया हूँ परदेश में, अब घर आते हुए महसूस हो रहा है कि‍ कि‍तने समय से बाहर था। गॉंव कि‍तना बदल गया होगा, कई नये लोग आकर बसे होंगें। कई नए घर बने होंगें। कुछ लोगों ने अपना घर ठीक कि‍या होगा, उसे नई तरह से सजाया होगा, कई तरह से सजाया होगा.... कुछ लोग मेरी तरह घर छोड़कर नि‍कल गए होंगे, कुछ लोग चाहकर भी घर नहीं लौट पाए होंगे,...... पर खतों ने गॉव की याद को भूलने न दि‍या........ और इस तरह मैं बरबस लौट आया।
बीते साल कई चीजें नि‍पटाकर आया हूँ। इससे पहले कि‍ उमर के इस पड़ाव पर कुछ कर गुजरने की चाहत दम तोड़ने लगे, मनमाफि‍क मंजि‍ल को पा लेने की तड़प दि‍ल पर बोझ लगने लगे, जीने का हौसला बरकरार रखना चाहता हूँ। नया साल इसी जोश के साथ शुरू कर रहा हूँ।
कुछ देर से ही सही, आप सभी को नए साल की हार्दिक शुभकामनाऍं। आपके घर धमकने ही वाला हूँ कि‍ नए साल पर आपने अपने घर को कि‍स तरह संवारा है
(आप सबकी दुआओं और मशवरों का तहे दि‍ल से शुक्रगुजार हूँ। दि‍सम्‍बर 08 के मध्‍य में दि‍ल्‍ली स्‍थि‍त इस्‍कोर्ट हर्ट हॉस्‍पीटल में मेरे पापा की इंजि‍योप्‍लास्‍टी हुई थी और अब वे बि‍ल्‍कुल ठीक हैं।)

22 comments:

PD said...

बहुत दिनों बाद आपको देखना अच्छा रहा.. साथ में आप पिताजी कि अच्छी खबर भी लाये हैं.. :)

विवेक सिंह said...

नयासाल बहुत बहुत मुबारक हो !

हमको भी आपकी बहुत याद आती रही ! पर दूर होने का आपका कारण भी जायज था .

भगवान का लाख लाख धन्यवाद जो हमारी फरियाद सुनी .
अब शुरू हो जाओ !

प्रवीण त्रिवेदी said...

आप आए अच्छा लगा ........ पिताजी के बारे में अच्छी ख़बर दी !!!
भगवन उनको लम्बी उम्र दे!!!!

आशा है कि अब आप नियमित रहेंगे!!!
नव-वर्ष बहुत मुबारक !!!

Ashok Pandey said...

आपने ठीक कहा यह ब्‍लॉगजगत अपने गांव की तरह ही प्‍यारा है। इसमें इतने दिनों बाद आपको लौटा देख बहुत अच्‍छा लग रहा है। ईश्‍वर से प्रार्थना है कि पिताजी अब स्‍वस्‍थ रहें और आप नए साल में खुद खुश रहें और लोगों में भी खुशी बांटते रहें।

Anonymous said...

अरे बिरादर तुम्हें, बहुत दिनों बाद देखना अच्छा लगा, नये साल में अच्छी खबर लाये। नववर्ष की बधाई

ताऊ रामपुरिया said...

आपका स्वागत है दोस्त. पर जहाज का पंछी जायेगा कहां? मुझे तो ये ब्लागीवूड एक समन्दर के बीचों बीच जहाज की तरह लगता है, जाओ, थोडा उडकर आजावो, फ़िर यहीं आना है. अब ये थोडा अलग है कि ये मजबूरी वाला जहाज नही है बल्कि इन्सान अपनी खुशी से यहां आता है.

यहां कुछ नही बदला, किसी का घर नही बदला, बल्कि ताऊ से पूछोगे तो यही कहेगा -- वही रामदयाल और वही गधेडी.

पापाजी का स्वास्थ्य बढिया होगया, जानकर अच्छा लगा, उन्हे और आपके पूरे परिवार को नये साल की शुभकामनाएं.

रामराम.

Udan Tashtari said...

पिता जी के स्वास्थय लाभ के बारे में जानकर राहत लगी. शीघ्र पूर्ण स्वस्थ होंगे, मंगलकामनाऐं.

आपका इन्तजार है.

नववर्ष शुभ हो.

सुशील छौक्कर said...

अरे बिरादर अब पता चला कि कहाँ थे इतने दिन। यह भी अच्छी खबर हैं कि पिताजी अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। काफी दिनों नजर नही आए तो मेल भी किया था। और नया साल आपको भी मुबारक हो। अजी सब कुछ वैसा ही हैं बस 08 की जगह 09 हो गया हैं।

कुश said...

वाह जितेंद्र जी.. आपको इतने दिनो बाद देखकर अच्छा लगा.. जानकार खुशी हुई की पिताजी अब स्वस्थ है..

आपको शायद याद हो.. आपने हमसे एक वादा किया था.. जितना जल्दी हो सके मेल करिएगा..

बाकी सब कुशल.... हम अपने घर के बाहर खड़े आपका इंतेज़ार कर रहे है..

Gyan Dutt Pandey said...

आइये जी, स्वागत। यद्यपि हम भी ठिठुर रहे हैं कुहासे की गलन में।

विधुल्लता said...

आपके पिता श्री को और आपको नव वर्ष की शुभकामना....वो सवस्थ रहें इश्वर से प्राथना है

Dr Parveen Chopra said...

सब से पहले तो इस परमेश्वर से यही प्रार्थना है कि आप के पिता जी हमेशा स्वस्थ रहें और हमेशा उन की छत्रछाया आप के ऊपर बनी रहे । और आप इतने दिनों बाद लौटे हैं तो खुशामदीद।
और नववर्ष की बहुत बहुत शुभकामनायें।

seema gupta said...

"पिता जी के शीघ्र स्वस्थ लाभ कामना के साथ आपको भी नववर्ष की बहुत बहुत शुभकामनायें"

regards

राज भाटिय़ा said...

बहुत दिनो बाद आप को देखा, ओर आप का लेख पढ कर कारण भी पता चला, आप के पिता जी की सेहत के लिये हम सब की तरफ़ से शुभकामनाये.
धन्यवाद

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

बहुत दिनों बाद आपसे मिलना अच्छा लगा, ईश्वर आपके पिताजी को दीर्घायु करें.

Ghost Buster said...

स्वागत है वापसी पर. नये वर्ष की शुभकामनाएँ.

Vinay said...

पुनश्च सुस्वागतम्

---मेरा पृष्ठ
चाँद, बादल और शाम

"अर्श" said...

जीतेन्द्र जी आपके पिता जी के सुखद स्वस्थ्य को सुनकर बहोत ही अच्छा लगा ..आपको भी काफी दिनों बाद ब्लॉग पे देख कर बहोत ही अच्छा लग रहा है ... सबसे पहले आपको नव वर्ष की मगलकमाना देता हूँ के सब कुछ ठीक ठाक हो सब कुशल हो...कभी मेरे भी गाव आए तो मेरे घर जरुर आयें ....

अर्श

Anonymous said...

आपके पिताजी के स्वास्थ्य के लिये शुभकामनायें। नया साल, नये हौसले मुबारक हों।

विनीत कुमार said...

हम रहे न रहें, हमारा ब्लॉग सलामत रहे, इस नियत से एक बार फिर स्वागत

समय चक्र said...

देर से आए दुरुस्त आए . आपका पुरजोर स्वागत है . नववर्ष की ढेरो शुभकामना के साथ .

KK Yadav said...

...Swagat hai !!