Friday, 24 April 2009
चलो बुलावा आया है......
धर्म के बहाने यात्रा या यात्रा के बहाने धर्म का निबाह हो जाना अच्छा लगता है। अगर धार्मिक स्थल पर भीड़ अपेक्षा के बिल्कुल विपरीत हो, तो इसका भी अपना आनंद है। मैं बात कर रहा हूँ, वैष्णों देवी (जम्मू) की यात्रा की। कल शाम ही लौटा हूँ, शरीर पूरी तरह थकान से उबरा नहीं है। विस्तृत विवरण एक-दो दिन में पोस्ट करुँगा, फिलहाल आप सबको जय माता दी !!
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11 comments:
हम इंतज़ार करेंगे... :-)
जय माता की!
जय माता दी!! इन्तजार रहेगा.
जय माता की!
regards
जय माता्जी की.
आप आशिर्वाद लेकर आये हो, थोदा बहुत इधर ब्लागर भाअई बहनों को भी बांट दें.
रामराम.
आपकी यात्रा मंगलमय हो।
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TSALIIM
Science Bloggers Association
जय माता दी।
जय माता दी !
जी हाँ जरुर लिखियेगा
-लावण्या
इंतज़ार रहेगा
जय माता दी !!
यह यात्रा बहुत से लोग साल दर साल करते हैं - सामुहिक रूप से।
आस्था के इस बड़े स्तर को मैं छू नहीं पाया हूं।
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